हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला से संबंध रखने वाले मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी सरकार को वापिस कर दी है. उन्होंने अचानक ही यह फैसला लिया है. जहां एक ओर कांगड़ा जिला से संबंधित एक मुख्य संसदीय सचिव नई फॉर्च्यूनर गाड़ी की मांग रहे है. वहीं सुंदर सिंह ठाकुर ने अपनी सरकारी गाड़ी लौटाकर सियासी गलियारों में एक अलग तरह की चर्चा शुरू कर दी है.
आपको बता दें कि सुंदर सिंह कुल्लू से कांग्रेस के विधायक हैं। वह मंत्री पद के लिए भी पात्र बताए जा रहे थे, मगर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की कैबिनेट में जगह नहीं पा सके तो उन्हें मुख्य संसदीय सचिव पद पर नियुक्ति दी गई।
हालांकि कहा जा रहा है कि मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति को असांविधानिक बताए जाने वाले मामले से उनके कार लौटाने का कोई लिंक नहीं है। सुंदर सिंह ठाकुर के फॉर्च्यूनर लौटाने के तुरंत बाद कांगड़ा जिला से संबंधित एक अन्य मुख्य संसदीय सचिव ने अब इसी गाड़ी को सामान्य प्रशासन विभाग से अपने लिए मांगा है।
वह कह रहे हैं कि उनके पास पुरानी कार है। सुंदर सिंह ठाकुर के पास नई कार थी। प्रदेश में वर्तमान में छह मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति की है। इनमें सुंदर सिंह ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा, राम कुमार, आशीष बुटेल, किशोरी लाल और संजय अवस्थी हैं। उधर, इस बारे में सीपीएस सुंदर सिंह ने गाड़ी छोड़ने का कोई कारण नहीं बताया।